दुनिया के सात अजूबे कौन कौन से है | New 7 Wonders of The World

नमस्कार दोस्तों, आज की इस पोस्ट में हम जानने वाले है दुनिया के सात अजूबे कौन कौन से है इनके नाम और फोटो और इनसे जुडी और भी रोचक जानकारी के बारे में विस्तार से।

दोस्तों अगर आप भारत के रहने वाले है तो आपको यह तो जरूर पता होगा की दुनिया के सात अजूबों में हमारे देश का ताजमहल भी शामिल है लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी ताजमहल को सन 2007 में ही दुनिया के सात अजूबों में शामिल किया गया है और सिर्फ ताजमहल ही नहीं सातो अजूबों को 2007 में ही शामिल किया गया।

तो अब आपके मन में भी यह सवाल होगा की अगर इन अजूबों को 2007 में शामिल किया गया तो इससे पहले दुनिया के सात अजूबे कौन से थे और नए सात अजूबे कौन से है तो आपके इन सभी सवालों का जवाब इस पोस्ट में मिलने वाला है।

इस पोस्ट में हम आपको प्राचीन दुनिया के सात अजूबों और नए सात अजूबो के बारे में पूरी जानकारी देने वाले है इसलिए पोस्ट को अंत तक ध्यानपूर्वक पूरा जरूर पढ़े। तो चलिए सबसे पहले दुनिया के प्राचीन 7 अजूबों के नाम जान लेते है।

प्राचीन दुनिया के सात अजूबो के नाम

दुनिया के सात अजूबे कौन कौन से है | New 7 Wonders of The World

बहुत से लोगो को नहीं पता है की पुराने समय के दुनिया के सात अजूबे का नाम क्या क्या है तो इन सातो अजूबों के नाम आप नीचे देख सकते है।

  1. ग्रेट पिरामिड ऑफ़ गिज़ा
  2. टेम्पल ऑफ़ आर्टेमिस
  3. कोलोसुस ऑफ़ रोडेज
  4. माउसोलस का मकबरा
  5. हैंगिंग गार्डन ऑफ़ बेबीलोन
  6. लाइटहाउस ऑफ़ अलेक्सान्दिरा
  7. स्टेचू ऑफ़ ज़ीउस अट ओलम्पिया

इस प्रकार उपरोक्त सभी पुराने 7 अजूबे है जिसमे से केवल ग्रेट पिरामिड ऑफ़ ग़िज़ा ही बचा हुआ है बाकि के सभी अजूबे वर्तमान में लगभग समाप्त या नष्ट हो चुके है। इसके बाद दुनियाभर के अलग अलग शोधकर्ताओं और इंजीनियरो ने मिलकर कई सारी नयी लिस्ट प्रस्तुत की लेकिन इसे पूरी दुनिया की सहमति नहीं मिली।

तो फिर वर्तमान में दुनिया के नए सात अजूबों को किस प्रकार से चुना गया और इसके क्या क्या नाम है चलिए इसके बारे में आगे विस्तार से जानते है।

दुनिया के सात अजूबों को कैसे चुना गया

दुनिया के सात अजूबों को चुनने के लिए बहुत से शोधकर्ताओं ने अपनी अपनी लिस्ट प्रस्तुत की लेकिन जब इसे पुरे विश्व की सहमति नहीं मिली तो उसके बाद सन 1999 में पुनः सात अजूबों को नए तरीके से सबके सामने लाने की बात शुरू हुई लेकिन कैसे?

तो इसके लिए स्विट्ज़रलैंड के जुरिक शहर में एक फाउंडेशन बनाया गया जिसका नाम New 7 Wonder Foundation रखा गया। इन्होने एक वेबसाइट बनवाई और उसमे पुरे विश्व की लगभग 200 प्रसिद्ध कलाकृतियों की जानकारी शामिल की गयी।

इसके बाद एक पोल शुरू किया गया जिसमे से लोगो को उन 200 कलाकृतियों में से 7 कलाकृतियों को वोट करना था या चुनना था और वही 7 कलाकृतियां दुनिया के सात अजूबे होने वाले थे।

New 7 Wonder Foundation के अनुसार लगभग 100 मिलियन लोगो ने इस पोल में हिस्सा लिया और अपना वोट शेयर किया। इस पोल का निर्णय 7 जुलाई 2007 को आया था और जिन सात कलाकृतियाँ या धरोहर को सबसे ज्यादा Votes मिले थे उन्हें दुनिया के सात अजूबो में शामिल किया गया।

क्योकि इस पोल का निर्णय 07/07/2007 को आया था इसलिए हर साल सात जुलाई को 7 Wonders Day के रूप में मनाया जाता है। तो इस प्रकार अब आपको अच्छे से पता चल गया होगा की हमारी दुनिया के इन सात अजूबों को किस प्रकार चुना गया तो चलिए अब आगे हम इन सातों अजूबों के बारे में जानने वाले है।

दुनिया के सात अजूबे कौन कौन से है

दुनिया के सातों अजूबों के नाम और वह किस जगह पर स्थित है इसके बारे में जानने के लिए नीचे बताई गयी सारणी को देखे।

क्र. संअजूबों के नाम (Name of Wonder)जगह निर्माण
1 मसीह उद्धारक (Christ the Redeemer)ब्राज़ील 1931
2 चीन की दीवार (Great Wall of China)चीन सातवीं BC शताब्दी में
3 ताजमहल (Taj Mahal) भारत 1648
4 पेट्रा (Petra)जोर्डन100 BC
5 चीचेन इट्ज़ा (Chichen Itza)मैक्सिको AD 600
6 माचू पिच्चु (Machu Picchu)पेरू AD 1450
7 कोलोज़ीयम (The Roman Colosseum)इटली AD 80

इस प्रकार अब आपको उपरोक्त सारणी के माध्यम से सातों अजूबो के नाम और निर्माण की जानकारी मिल गयी होगी तो चलिए अब इन सभी दुनिया के सात अजूबे के नाम और फोटो के बारे विस्तार से जानते है।

दुनिया के सात अजूबे

अब तक आपको दुनिया के सातों अजूबों के बारे में थोड़ी बहुत जानकारी मिल गयी होगी तो चलिए अब इन सभी अजूबो के बारे में थोड़ा बहुत विस्तार से जानने का प्रयास करते है।

1. मसीह उद्धारक (Christ the Redeemer Statue)

मसीह उद्धारक (Christ the Redeemer Statue)दुनिया के सात अजूबे कौन कौन से है

दुनिया का पहला अजूबा Christ the Redeemer Statue ब्राज़ील के रियो डी जनेरिओ शहर में स्थित ईसा मसीह की एक बहुत बड़ी प्रतिमा है जिसे दुनिया के सबसे बड़ी प्रतिमाओं में शामिल किया गया है।

इस प्रतिमा की लम्बाई 40 मीटर और चौड़ाई 30 मीटर है वही इसका कुल वजन लगभग 365 टन के आसपास है और यह ब्राज़ील के रिओ शरह के कोरकोवाडो की 700 मीटर ऊंची पहाड़ी पर स्थित है।

यह प्रतिमा कंक्रीट और पत्थरो से बनाई गयी है जिसे ब्राज़ील के सिल्वा कोस्टा ने डिज़ाइन किया था और लेनदोव्सकी ने इसे बना कर तैयार किया था जो की फ्रेंच के एक महान मूर्तिकार है।

इस प्रतिमा का निर्माण सन 1922 से 1931 के बीच में किया गया था और इस प्रतिमा की एक खास बात यह भी है की यह जिस पर्वत की चोटी पर स्थित है वहां से पुरे शहर का बहुत ही खूबसूरत दृश्य दिखाई देता है और यही देखने के लिए दुनियाभर के पर्यटक यहाँ घूमने आते है।

यह प्रतिमा दुनिया में अपनी तरह की सबसे ऊँची प्रतिमाओं में से एक है और ईसाई धर्म के एक प्रतिक के रूप में यह प्रतिमा रिओ और ब्राज़ील की एक पहचान बन गयी है।

2. चीन की दीवार (Great Wall Of China)

चीन की दीवार (Great Wall Of China)

दुनिया का दूसरा अजूबा चीन की दिवार जिसे The Great Wall of China के नाम से जाना जाता है। यह एक क़िलेनुमा दिवार है जिसे चीन के विभिन्न शासको द्वारा उत्तरी हमलावरों से रक्षा हेतु पांचवी शताब्दी ईसा पूर्व से लेकर सोलहवीं शताब्दी तक बनवाया गया।

चीन के इस दीवार की ऊंचाई 35 फ़ीट व लम्बाई लगभग 6400 किलोमीटर है जो की पूर्व के दंदोंग से शुरू होकर पश्चिम में लोप लेक तक फैली हुई है।

इस दीवार की ऊंचाई अलग अलग जगहों पर अलग अलग है और इसकी चौड़ाई इतनी है की 10 लोग एक साथ आराम से चल कर निकल सकते है।

चीन की इस महान दिवार को बनाने में लगभग 20 से 30 लाख लोगो ने अपना पूरा जीवन लगा दिया था। कहा जाता है की जो लोग दिवार को बनाने में कड़ी मेहनत नहीं कर पाते थे उन्हें चीन के शासको द्वारा इसी दिवार में दफना दिया जाता था और इसी कारण इसे दुनिया का सबसे बड़ा कब्रिस्तान भी कहा जाता है।

चीन की इस महान दिवार को अंतरिक्ष से भी देखा जा सकता है और इसी कारण इस दिवार को देखने के लिए यहाँ दुनियाभर के करोड़ो पर्यटक आते है।

3. ताजमहल (Taj Mahal)

ताजमहल (Taj Mahal)

अब तीसरे नंबर पर आता है दुनिया का तीसरा अजूबा ताजमहल जो की हमारे भारत देश के आगरा शहर में स्थित एक विश्व धरोहर मकबरा है जिसका निर्माण 1632 से 1653 के बीच में मुग़ल शासक शाहजहाँ ने अपनी पत्नी मुमताज़ महल की याद में करवाया था।

ताजमहल मुग़ल वास्तुकला का उत्कृस्ट नमूना है जिसे पूरी तरह से सफ़ेद संगमरमर से बनाया गया था और कहाँ जाता है की इसे बनाने के लिए शाहजहाँ ने पूरी दुनिया से सफ़ेद संगमरमर मँगवाया था।

ताजमहल को बनाने के लिए 20 हजार से भी अधिक मजदूरों ने योगदान दिया था और कहाँ जाता है की ताजमहल को बनाने के बाद शाहजहाँ ने सभी मजदूरों के हाथ काट दिए थे ताकि वे ऐसी दूसरी ईमारत नहीं बना सके।

ताजमहल यमुना नदी के किनारे बसा हुआ एक अद्भुत नमूना है जिसे देखने के लिए पूरी दुनिया के करोडो लोग आते है और इसी कारण इसे दुनिया के सात अजूबो में शामिल किया गया है।

क्या आप ताजमहल देखने गए हुए है? अगर आपने आगरा की इस प्रसिद्ध कलाकृति को देखा हुआ है तो हमे नीचे कमेंट करके जरूर बताये।

4. पेट्रा (Petra)

पेट्रा (Petra)

दुनिया का चौथा अजूबा पेट्रा एक ऐतिहासिक शहर है जो की जोर्डन देश में स्थित है जिसे लाल चट्टानों को काटकर बनी हुई इमारतों के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है। इसकी स्थापना 312 ईसा पूर्व की गयी थी।

इस ऐतिहासिक नगरी पेट्रा का नाम एक यूनानी शब्द पेट्रोस से पड़ा जिसका मतलब होता है चट्टानों से। पेट्रा शहर में स्थित सभी चट्टानें लाल रंग की है इसलिए इसे Rose City के नाम से भी जाना जाता है।

पेट्रा में स्थित इमारतों में 138 फ़ीट ऊँचा मंदिर, ओपन स्टेडियम एवं नहर और तालाब जैसी कई चीजे शामिल है साथ ही पत्थरो और चट्टानों को काटकर बहुत सी ऐसी कलाकृतिया बनाई गयी है जो यहाँ आने वाले लोगो का मन मोह लेते है।

पेट्रा एक बहुत ही ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थल होने के कारण यूनेस्को के द्वारा भी पेट्रा को एक विश्व धरोहर होने का दर्जा मिला हुआ है और इन्ही सभी कारणों से पेट्रा को दुनिया के नए सात अजूबो में शामिल किया गया है।

5. चीचेन इट्ज़ा (Chichen Itza)

चीचेन इट्ज़ा (Chichen Itza)

दुनिया का पांचवा अजूबा चीचेन इट्ज़ा मैक्सिको के सबसे सुरक्षित पुरातात्विक स्थलों में से एक है जिसका इतिहास 1200 साल से भी पुराना है। यह पांच किलोमीटर के दायरे में फैला हुआ एक ऐसा शहर है जहाँ पर कई सारे विश्व प्रसिद्ध पिरामिडीय आकृति वाले मयान मंदिर और खेल के मैदान बने हुए है।

यहाँ उपस्थित एक पिरामिड के चारो तरफ मिलकर कुल 365 सीढिया है जिनमे से प्रत्येक सीडी को यहाँ प्रत्येक दिन का प्रतिक माना जाता है।

इसके अलावा यहाँ पवित्र कुएं और खगोलीय वेदशाला भी मौजूद है और माना जाता है की इसे नोहवी और बाहरवीं शताब्दी के बीच में कोलम्बियाई सभ्यता द्वारा बनाया गया था और 2007 में इसे भी न्यू सेवन वंडर फाउंडेशन द्वारा सात अजूबों में शामिल किया गया था।

6. माचू पिच्चु (Machu Picchu)

माचू पिच्चु (Machu Picchu)

दुनिया का छठा अजूबा माचू पिच्चु एक इंका सभ्यता से सम्बंधित प्राचीन स्थल है जो की दक्षिण अमेरिका में पेरू में स्थित है और इसे “लॉस्ट सिटी ऑफ़ द इन्का” के नाम से भी जाना जाता है।

माचू पिच्चु की समुन्द्र तल से ऊंचाई 7970 फ़िट (2430 मीटर) है जिसका निर्माण सन 1438 से 1472 के बीच में किया गया था और इसका वर्तमान रूप सन 1912 में दिया गया था।

इसे Lost City of Inka इसलिए कहा जाता है क्योकि इस शहर को इसके निर्माण के 100 वर्षो के भीतर ही छोड़ दिया गया क्योकि इन्का सभ्यता को स्पेन ने नष्ट कर दिया था और इसके बाद कई सैकड़ो सालों तक यह शहर अज्ञात अवस्था में रहा।

उसके बाद सन 1911 में एक अमेरिकी इतिहासकार हिरम बिंघम ने इस शहर की खोज की और पुनः इस शहर को दुनिया के ध्यान में लाया।

7. कोलोज़ीयम (The Roman Colosseum)

कोलोज़ीयम (The Roman Colosseum)

दुनिया का सातवां अजूबा The Roman Colosseum रोमन साम्राज्य का सबसे बड़ा एक विशाल अखाडा है जो इटली के रोम नगर में स्थित है। इस अखाड़े को रेती, पत्थर, लकड़ी और ईटो से मिलकर बनाया गया है।

समय समय पर भूकंप के झटकों और आग लगने से यह ईमारत थोड़ी बहुत क्षतिग्रस्त हो गयी है लेकिन फिर भी इसकी सुंदरता अभी भी बरकरार है। सन 1990 में यूनेस्को ने इस ईमारत को विश्व धरोहर की मान्यता दी और सन 2007 में इसे भी दुनिया के सात अजूबों में शामिल किया गया।

इस अखाड़े में लगभग 50 से 80 हजार लोगो तक की बैठने की व्यवस्था थी और उस समय में इस तरह की ईमारत का निर्माण करवाना एक बहुत ही बड़ा काम है और इसी कारण यहाँ हर साल लाखो पर्यटक घूमने के लिए आते है।

दुनिया के 7 अजूबे से सम्बंधित सवाल जवाब

दुनिया में कितने अजूबे है?

वैसे तो पूरी दुनिया में बहुत से अजूबे है लेकिन New Sevan Wonder Foundation द्वारा जिन 200 धरोहरों को शामिल किया गया था उसमे से केवल 7 धरोहरों को सात अजूबो की लिस्ट में शामिल किया गया।

दुनिया का पहला अजूबा कौनसा है?

दुनिया का पहला अजूबा ताजमहल है जो की भारत के आगरा शहर में स्थित है।

दुनिया के नए सात अजूबे कौन कौन से है?

सन 2007 में दुनिया के 7 नए अजूबे चुने गए जो है –
1. चीन की दीवार
2. मसीह उद्धारक
3. पेट्रा
4. ताजमहल
5. चीचेन इट्ज़ा
6. माचू पिच्चु
7. कोलोज़ीयम

प्राचीन दुनिया के सात अजूबे का क्या हुआ?

प्राचीन दुनिया का वर्तमान में केवल एक ही अजूबा ग्रेट पिरामिड ऑफ़ गिज़ा बचा हुआ है इसके अलावा प्राचीन दुनिया के 6 अजूबे समय के साथ साथ भूकम्पों और आग से जलकर नष्ट हो गए।

भारत का पहला अजूबा कौन सा है?

वैसे तो भारत में भी बहुत सी विश्व प्रसिद्ध धरोहर है जो किसी अजूबे से कम नहीं है लेकिन ताजमहल भारत का पहला वह अजूबा है जो दुनिया के सात अजूबे में शामिल है।

7 अजूबे कौन से है? 7 अजूबे के नाम इन इंग्लिश।

दुनिया के सातो अजोबो के नाम निम्न्लिखित है।
1. Christ the Redeemer
2. Taj Mahal
3. Petra
4. Great Wall of China
5. Chichen Itza
6. Machu Picchu
7. The Roman Colosseum

दुनिया के सात अजूबे कब चुने गए?

दुनिया के सात नए अजूबे सन 2007 में 100 मिलियन से भी ज्यादा लोगो द्वारा ऑनलाइन वोटिंग की मदद से चुने गए।

Conclusion –

तो दोस्तों यह थे दुनिया के सात अजूबे जिनके बारे में जानकारी आपको अच्छा लगा होगा और इस पोस्ट में साझा इन दुनिया के अजूबो से सम्बंधित जानकारी आपके लिए उपयोगी रही होगी।

अगर आपको हमारी यह पोस्ट दुनिया के सात अजूबे कौन कौन से है पसंद आयी है तो इसे अपने दूसरे सोशल मीडिया दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करे साथ ही अगर आपको हमारी इस पोस्ट से सम्बंधित कोई भी Doubts है तो हमे कमेंट करके जरूर बताये।

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